Latest Educational 77 Quotation in hindi by Multidimensional Educational Technical & Research Society arranged by Mr K. M. AMISH
Education Quotation एडुकेशन कोटेशन
Ø बेटी मेरा ये अरमान , पढ़ लिख कर तुम बनो महान /
Ø शिक्षा है जरूरत सबकी , कोई न हो आशिछित अबकी /
Ø पढ़िये और पढ़ाइए , उन्न्त देश बनाइये /
Ø सबको शिक्षा रही पुकार , घर घर मे फैले उजियार /
Ø पढ़ो लिखो खुद को पहचानो , उठो बढ़ो मजदूर किसानो
/
Ø जब साक्षारता बढ़ जाएगी , तब भेद भाव मिट जाएगी /
Ø मिटे गरीबी और अज्ञान , पढ़ा लिखा हो जब इंसान /
Ø जन मानस का है कहना , पढ़ लो भइया पढ़ लो बहना /
Ø ग्राम वासियो को पैगाम , सबको शिक्षा सबको काम /
Ø हर बेटी का यह अधिकार , पूरी शिक्षा पूरा प्यार /
Ø उन्न्त जनपद की पहचान , पढ़ा लिखा प्रत्येक इंसान /
Ø जब साक्षरता दीप जल गाएगा , तब नया समाज बन जाएगा /
Ø पढ़ो और पढ़ाओ , जीवन में खुशियाँ फैलाओ /
Ø पढ़ लिख कर हम बने महान , निरक्षरता का मिटे निशान /
Ø पढ़ी लिखी गो घर की नारी , हो कुटुम्ब की शिक्षा सारी /
Ø जब तक अनपढ़ है इंसान , नहीं रुकेगा यह अभियान /
Ø घर घर शिक्षा दीप जलेगा , अनपढ़ कोई नहीं रहेगा /
Ø लोकतंत्र का एक ही नारा , शिक्षा है अधिकार हमारा /
Ø हमने मन मे ठानी है शत शत साक्षरता लनी है /
Ø आज देश की यही पुकार , पढ़े लिखे बने होशियार /
Ø जागे देश की क्या पहचान , पढ़ा लिखा मजदूर किसान
/
Ø शहर गाँव का एक ही नारा , साक्षरता है अधिकार हमारा /
Ø सम्रद्रवान हम कैसे दिखींगे , नर नारी जब सभी पढ़ेंगे /
Ø सभी चढ़े शिक्षा की सीढ़ी , विकास करे पीढ़ी दर पीढ़ी /
Ø बिना पढ़े नर पशु कहावे , जीवन का सुख कभी न पवे /
Ø सुख से रहने की क्या पहचान , पढ़ा लिखा हो जब इंसान /
Ø कन्या के जन्म पर खुशिया मानना है , पढ़ा लिखा कर उसे आगे बढ़ाना है /
Ø पढ़ी लिखी नारी , घर की उजियारी /
Ø अनपढ़ होता पशु समान , पिछड़ापन उसकी पहचान /
Ø साक्षरता की जल उठी मसाल , भारत होगा अब खुशहाल /
Ø जहां काही भी लोकतंत्र है , सबकी शिक्षा मूलमंत्र है /
Ø पड़ी लिखी लड़की , रोशनी घर की /
Ø अंधकार मिटाना है , साक्षरता लाना है /
Ø नई क्रांति आई है , साक्षरता लाई है /
Ø शिक्षा से अन्याय मिटाएँ , भाई चारा खूब बढ़ाएँ /
Ø जहां ज्ञान का दीप जलेगा , वहाँ अंधेरा नहीं रहेगा /
Ø अगर एक दस को पढ़ाए , सारा देश साक्षर हो जाये /
Ø चले शान से जीवन नैया , जब हम पढे लिखे हो भैया /
Ø नई चेतना नया ज्ञान , साक्षर बनने का होता यही इनाम /
Ø हट जाये शोषण का पहिया , जब हम सब साक्षर हों भैया /
Ø अच्छर ज्ञान बड़ा अनमूल ,जगह -जगह तुम पीटो ढोल /
Ø निरक्षर का न ठौर ठिकाना , शहता वह तो कास्ट ना ना /
Ø बहुत जरूरी होती है शिक्षा , सारे अवगुण धोती है शिक्षा /
Ø शिक्षा जीवन का आधार , उसके बिना जीना बेकार /
Ø शिक्षा से करो न इंकार , उसके बिना जीना बेकार /
Ø शिक्षा है जीवन का आमूल्य उपहार , शिक्षित परिवार ज्ञान का भंडार /
Ø हम युवकोका नारा है , निरक्षरो को साक्षर बनाना है /
Ø चाहे हो जो भी मजबूरी ,पढ़ना लिखना बहुत जरूरी /
Ø घर घर गूँजे एक ही नारा , साक्षर बने देश हमारा /
Ø रोटी कपड़ा ओर मकान , शिक्षा से ही बनेगा देश महान /
Ø अज्ञानता का अंधकार , शिक्षा से होगा सुधार /
Ø मान भी लो तुम मेरा कहना , शिक्षा से तुम दूर न रहना /
Ø होगा कल तुम्हारा यह गहना , गर तुम शिक्षित होती हो बहना /
Ø बचपन से ही मेरा सपना , पढ़ना लिखना ओर पढ़ना /
Ø देश ने शिक्षा पर दिया है जोर , अब हर बालक को पढ़ने की होड़ /
Ø सुशिक्षित हो देश हमारा , ज्ञान के प्रकाश से उजियारा /
Ø अज्ञानता से हटेगा आवरण , जब हो भीतर क्षिक्षा का अंकुरण /
Ø उच्च शिक्षा ग्रहन करें , जिज्ञासा का समाधान करें /
Ø शिक्षा से सब बने गाजरुक , इससे बदले देश का रुख /
Ø बापू जी का था यह कहना , अनपढ़ बन कर कभी न रहना /
Ø शिक्षा है अतुल्य गहना, इसे हमेशा पहनो तुम बहना /
Ø स्कूल जाने ना छूटे कोई बच्चा , आपका यह सहयोग देश के लिए होगा सच्चा /
Ø इस जमाने मे न करे यह भूल , हर बच्चे को भेजो स्कूल /
Ø अनपढ़ होना है अभिशाप , वरना रहोगे अंगूठा छाप /
Ø घर का मान बढ़ाएँगे , स्कूल मे शिक्षा जब पाएंगे /
Ø शिक्षा वह मजबूत है सीढ़ी , जिससे बढ़ती जाए पीढ़ी /
Ø पढ़ी लिखी जब होगी माता , घर की बनेगी भाग्य विधाता /
Ø जहां ज्ञान का दीप है जलता , वहाँ अंधेरा कभी न रहता /
Ø बहुत हुआ अब चूल्हा चौका , लड़कियो को दो अब पढ़ने का मौका /
Ø जहां न होता साक्षरता का वास , कैसे होगा उस देश का विकास /
Ø अपनी बेटी का मान बढ़ाना , हर हाल मे अब उसे पढ़ना /
Ø अगर किताबों से प्यार करोगे , जीवन अपना उद्धार बनावोगे /
Ø जो अनपढ़ रह जाता है , वह एक दिन पछताता है /
Ø ज्ञान हमे जागता है , शोषण से हमे बचाता है /
Ø शिक्षा का धन सबसे न्यारा , होता कभी न इसका बटवारा /
Ø जाग उठे है नर ओर नारी , शिक्षित होने की सबकी तैयारी /
Ø होगा तब यह राष्ट्र महान , पढ़ेगा लिखेगा जब हर इंसान /
By Mr. K.M.AMISH
Pre. P.hd. Nanotechnology
President of Society
शिक्षा वह शेरनी का दूध है
ReplyDeleteजो पियेगा वही वही गरजेगा
शिक्षा से बड़ा कोई धन नही
Deleteजो पढेगा वही बनेगा
Education is the life
ReplyDeleteEducation is future
Education is smile